क्या भगवान आज ही मिल सकते हैं? भक्ति का गहरा सत्य
भक्ति के मार्ग पर चलते हुए हम अधिकतर बाहरी साधनाओं पर ध्यान देते हैं—जैसे शास्त्र पढ़ना, सत्संग सुनना, पूजा, जप, कीर्तन और व्रत। परंतु इन सबके बीच एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण बात हम अक्सर भूल जाते हैं—अपने हृदय में झाँकना। भक्ति का वास्तविक आरंभ बाहर नहीं, भीतर से होता है। और यहीं से एक प्रश्न उठता … Read more